- गर्मी का कहर, क्या हैं इस मौसम के कारण जनजीवन पर असर?
- गर्मी की चपेट में किसान, क्यों फसलें प्रभावित हो रही हैं?
- पेयजल संकट, कैसे बढ़ रही है पानी की कमी?
अम्बेडकरनगर। जिले में पारा लगातार चढ़ने से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। रविवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री पर बना रहा। तेज धूप और उमस के कारण लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। दोपहर में सड़कें सुनसान नजर आईं, जबकि मजबूरी में निकले लोग सिर ढककर और पानी की बोतलें लेकर ही दिखे।
पेयजल संकट गहराया, हैंडपंप बेकार
गर्मी के साथ ही पानी की किल्लत ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहर तक जगह-जगह हैंडपंप खराब पाए गए, जबकि कई इलाकों में जलस्तर नीचे चला गया है। लोगों को पीने के पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है।
बाजारों में सन्नाटा, दफ्तरों में कम उपस्थिति
तीखी धूप के चलते बाजारों में ग्राहकों की भीड़ गायब है। दुकानदार पंखों के नीचे बैठे हैं, मगर कारोबार ठप पड़ा है। वहीं, सरकारी और निजी दफ्तरों में भी कर्मचारियों की संख्या कम दर्ज की गई। लोग गर्मी से बचने के लिए सुबह-शाम ही काम निपटा रहे हैं।
किसानों की मुश्किलें बढ़ीं, बिजली की मार
खेतों में काम करने वाले किसान सुबह जल्दी ही काम शुरू कर देते हैं, लेकिन तेज धूप के बाद काम बंद करना पड़ता है। सिंचाई के लिए पानी की कमी और बिजली के लंबे कटौती के चलते किसान परेशान हैं। कई जगह मोटर जलने की शिकायतें भी सामने आई हैं।
लू से बचाव के निर्देश, बिजली विभाग पर गुस्सा
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को दोपहर 12 से 3 बजे तक घरों में रहने की सलाह दी है। साथ ही, खूब पानी पीने, सूती कपड़े पहनने और सिर ढककर चलने की हिदायत दी गई है। वहीं, बिजली विभाग के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। दिन में लगातार कटौती और रात को कम वोल्टेज से पंखे भी नहीं चल पा रहे हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट: और बढ़ेगी गर्मी!
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में तापमान 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। हीटवेव की चेतावनी के साथ विभाग ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
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