Tamsasanket

Hindi News, Latest News in Hindi Breaking News & Latest Headline

घर का सहारा था रजनीकांत – एक झटके में सब कुछ बदल गया

  • परिवार में पसरा मातम, सबसे छोटे बेटे ने अचानक छोड़ दी दुनिया
  • थोड़ी देर में लौटने की बात कहकर गया था रजनीकांत, सुबह फंदे पर मिला शव
  • घर लौटा तो था रोज़गार की तलाश में, लेकिन साथ लाया एक दर्दनाक अंत

अम्बेडकरनगर ।  जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुस्तफाबाद गांव में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। गांव के पशु आश्रय केंद्र में एक युवक का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान 25 वर्षीय रजनीकांत के रूप में हुई है, जो हाल ही में उड़ीसा से लौटकर घर आया था।

परिजनों के अनुसार, सोमवार की रात रजनीकांत खेत से भूसा लेकर घर आया था। रात लगभग 11 बजे उसने घरवालों से कहा कि वह “थोड़ी देर घूमने जा रहा है” और फिर वापस नहीं लौटा। घर के सभी सदस्य खाना खाकर सो गए। मंगलवार सुबह करीब 5 बजे जब उसकी मां रुक्मिणी देवी पशु आश्रय केंद्र में जानवरों को चारा देने पहुंचीं, तो वहां का मंजर देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उनका सबसे छोटा बेटा चुल्हे के सहारे फांसी के फंदे पर लटका हुआ था।

परिवार के अनुसार रजनीकांत अविवाहित था। उसके दो बड़े भाई रविकांत और शशिकांत बाहर नौकरी करते हैं और दोनों की शादी हो चुकी है। वहीं, दो बहनों की शादी अभी नहीं हुई है। पिता रामू उजागिर सब्जी की खेती करते हैं जिसमें रजनीकांत, उनकी मां और बहनें मदद करती थीं। रजनीकांत कुछ समय पहले ही उड़ीसा से लौटा था, जहां वह एक निजी कंपनी में कार्यरत था।