- पुलिस ने कैसे पहुंचाया भूमाफिया गिरोह तक?
- सिर्फ 40 लाख में दो करोड़ की ज़मीन! कैसे हुआ यह सौदा?
- दलित पीड़ित को बनाया निशाना, क्या थी पूरी साजिश?
अम्बेडकरनगर। तमसा संकेत द्वारा प्रकाशित खबर “पति को नशे में रखकर ज़मीन का कराया बैनामा” का बड़ा असर देखने को मिला है। सोमवार को कोतवाली अकबरपुर पुलिस ने ज़मीन हड़पने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरोह पर गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को निशाना बनाकर उनकी करोड़ों की ज़मीनें औने-पौने दामों में हथियाने का आरोप है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों ने मात्र 40 लाख रुपये के चेक पर दो करोड़ की जमीन रजिस्टर्ड कराई थी और पीड़ित को डराने-धमकाने के लिए अपहरण तक कर डाला।
बंधक बनाकर जबरन कराई गई रजिस्ट्री
मामला अकबरपुर थाना क्षेत्र के राबीपुर बहाउद्दीनपुर गांव का है, जहां की निवासी सुनीता देवी ने पुलिस को बताया कि उसके पति प्रदीप कुमार को आरोपियों ने पहले बहलाया, फिर उसे बंधक बनाकर जबरन ज़मीन की रजिस्ट्री कराई गई। आरोपियों ने झूठे दस्तावेजों के ज़रिए यह साबित करने की कोशिश की कि दोनों पक्ष अनुसूचित जाति से नहीं हैं, जबकि पीड़ित दलित समाज से है।
खाते में नहीं थी रकम, चेक हुआ बाउंस
रजिस्ट्री से पहले प्रदीप को 2 लाख रुपये का चेक दिया गया, जिसमें से एक लाख रुपये रजिस्ट्री खर्च के नाम पर वापस ले लिए गए। इसके बाद मात्र 40 लाख रुपये के चेक पर पूरी ज़मीन की रजिस्ट्री कराई गई, जिसकी बाजार कीमत लगभग दो करोड़ रुपये है। जब पीड़ित ने चेक को बैंक में लगाया तो पता चला कि खाताधारक के खाते में कोई धनराशि नहीं है।
छह आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली अकबरपुर पुलिस ने सोमवार दोपहर गौहन्ना बाईपास के पास से गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान राजेश सिंह उर्फ बबलू (निवासी कृष्णानगर), प्रदीप कुमार (गोहन्ना), विनोद कुमार व पवन कुमार (शास्त्रीनगर गदाया), मोहम्मद अनीश (मुरादाबाद रेलवे स्टेशन) और योगेन्द्र कुमार (रतनपुर) के रूप में हुई है।
भूमाफियाओं में मची खलबली
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह एक संगठित नेटवर्क के रूप में काम करता था और पहले भी कई ज़मीन सौदों को इसी प्रकार अंजाम दे चुका है। अब पुलिस इनकी पुरानी रजिस्ट्री और अन्य पीड़ितों की तलाश में जुट गई है। इस कार्रवाई के बाद ज़िले के अन्य भूमाफिया गिरोहों में भी खलबली मच गई है।
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