- भारत 90% सोना इम्पोर्ट करता है, कीमतें ग्लोबल मार्केट पर निर्भर
- रुपए के डॉलर के मुकाबले कमजोर होने से सोना महंगा
- भू-राजनीतिक तनाव और महंगाई ने मांग बढ़ाई
अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझानों और घरेलू आर्थिक कारकों के चलते 11 अगस्त को सोना ₹985 गिरकर ₹99,957 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹1,231 घटकर ₹1,13,501 प्रति किलो पर आ गई। इस साल अब तक सोना ₹23,795 महंगा हो चुका है और अगस्त की शुरुआत में यह ₹1,01,406 प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू चुका है।
दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹1,02,430 प्रति 10 ग्राम बिक रहा है, जबकि मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में यह ₹1,02,280 और भोपाल में ₹1,02,800 तक पहुंच चुका है।
केडिया एडवाइजरी के अनुसार, 2025 में सोना ₹1,04,000 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹1,30,000 प्रति किलो तक जा सकती है। 2024 में सोने ने 20% और चांदी ने 17% का रिटर्न दिया है।
भारत अपनी 90% सोने की जरूरत इम्पोर्ट से पूरी करता है, इसलिए वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव का सीधा असर यहां की कीमतों पर पड़ता है। डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी, महंगाई और भू-राजनीतिक तनावों के चलते निवेशकों की मांग लगातार बढ़ रही है।








