- खेल नहीं, संस्कृति और संगठित शक्ति का राष्ट्रीय मंच बनेगा अंबेडकरनगर
- पूर्वांचल की धरती पर राष्ट्र गौरव का उत्सव, अंबेडकरनगर देगा खेल संस्कृति को नया आयाम
- 47वीं राष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता—अंबेडकरनगर की आत्मगौरव यात्रा का प्रतीक
अंबेडकरनगर। अंबेडकरनगर जनपद पहली बार एक ऐसे ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रहा है, जो न केवल जिले के लिए, बल्कि समूचे प्रदेश के लिए गर्व, उत्साह और आत्मसम्मान का प्रतीक होगा। 20 से 24 अप्रैल तक यहां 47वीं राष्ट्रीय पुरुष हैंडबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने संभाली कमान, तैयारियों की गहन समीक्षा
जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान तैयारियों का सूक्ष्म निरीक्षण किया और कहा कि यह आयोजन सिर्फ एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि अंबेडकरनगर की संस्कृति, समर्पण और संगठन शक्ति का प्रदर्शन है।
स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर दिए गए विशेष निर्देश
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार शैवाल को निर्देशित किया गया कि खिलाड़ियों के लिए स्वास्थ्य शिविर, चिकित्सा स्टाफ, ओआरएस और शीतल जल की समुचित व्यवस्था हो। खिलाड़ियों को सुरक्षित, सम्मानित और आत्मनिर्भर माहौल उपलब्ध कराया जाए।
खेल परिसर को मिलेगा राष्ट्रीय भव्यता का स्वरूप
अकबरपुर और टांडा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारियों और डीपीआरओ को निर्देश दिए गए कि खेल स्थल को राष्ट्रीय स्तर की भव्यता प्रदान की जाए। प्रवेश द्वार से लेकर रंगोली, झंडों और लोककलाओं की सज्जा तक—हर बिंदु पर सौंदर्य और गरिमा का समुचित संतुलन सुनिश्चित हो।
विजेताओं को मिलेंगे आकर्षक नकद पुरस्कार
प्रतियोगिता की विजेता टीम को ₹1,80,000, उपविजेता को ₹1,26,000 और तृतीय व चतुर्थ स्थान पर रहने वाली टीमों को ₹90,000-₹90,000 की धनराशि दी जाएगी। यह सम्मान उन युवाओं के सपनों को संबल देगा, जो सीमित संसाधनों के बीच राष्ट्रीय मंच तक पहुंचते हैं।
खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी का सुनहरा अवसर
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा 180 सरकारी नौकरी की सीटें हैंडबॉल खिलाड़ियों के लिए आरक्षित की गई हैं, जिससे यह आयोजन युवाओं के भविष्य निर्माण का माध्यम बनता जा रहा है।
प्रबंधन और समन्वय के लिए विशेष रणनीति
आयोजन सचिव डॉ. हनुमान सिंह को निर्देशित किया गया कि देशभर से आने वाली टीमों के कोच और प्रबंधकों का विवरण शीघ्र एकत्र किया जाए। सभी टीमों से नियमित संवाद और समन्वय सुनिश्चित किया जाए ताकि आयोजन शालीन और व्यवस्थित रहे।








