- लखनऊ में चिनहट थाना पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
- पीड़िता के पिता ने हाईकोर्ट में लगाई थी गुहार
- आरोपियों में GST अधिकारी, उनके पिता और भाई शामिल
लखनऊ। GST विभाग में तैनात एक अधिकारी के खिलाफ एक करोड़ रुपए दहेज मांगने का गंभीर आरोप सामने आया है। मामला लखनऊ का है, जहां चिनहट थाना पुलिस ने अदालत के आदेश के बाद GST अधिकारी सचिन सिंह और उनके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी फिलहाल गाजियाबाद में पदस्थ हैं।
आरोप है कि तिलक के बाद दूल्हे पक्ष ने एक करोड़ रुपये की अतिरिक्त दहेज मांगकर रिश्ता तोड़ दिया। पीड़ित ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद कार्रवाई हुई।
क्या है पूरा मामला?
आजमगढ़ के तरवा भिलिहिली निवासी संजय सिंह ने 20 अप्रैल को लखनऊ पुलिस कमिश्नर को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि उनके दामाद बनने वाले GST अधिकारी सचिन सिंह के परिवार को पहले 51 लाख रुपये नकद और एक क्रेटा कार देने की सहमति बनी थी। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में सचिन के भाई विनीत सिंह के घर 30 लाख रुपए नकद भी दिए गए थे।
इसके बाद आजमगढ़ के एक होटल में 20 अप्रैल को तिलक और गोदभराई की रस्में हुईं। शादी के लिए लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 2.52 लाख रुपये देकर बुकिंग भी की गई थी। लेकिन कुछ ही दिनों में दूल्हे पक्ष ने एक करोड़ रुपये की अतिरिक्त मांग रख दी और रिश्ता खत्म कर दिया।
दूसरी जगह तय की शादी, हाईकोर्ट की फटकार के बाद एफआईआर
संजय सिंह का आरोप है कि जब उन्होंने विरोध किया तो भी आरोपियों ने बात नहीं मानी और अब 8 मई को GST अधिकारी की शादी लखनऊ में ही एक जज की बेटी से तय कर दी गई है। पीड़ित ने कहा कि इस मामले से उनकी बेटी मानसिक रूप से टूट चुकी है और परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को भी गहरी चोट पहुंची है।
हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर चिनहट थाना पुलिस ने 2 मई को सचिन सिंह, उनके पिता विनोद सिंह और भाई विनीत सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की।
आरोपी पक्ष का दावा – आरोप फर्जी, रिश्ता पहले ही टूट चुका था
वहीं इस मामले में आरोपी GST अधिकारी के भाई और गोरखपुर के एडीएम विनीत सिंह का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से बेबुनियाद है। उन्होंने कहा, “छह महीने पहले ही शादी टूट चुकी थी। लड़की वालों के व्यवहार के कारण रिश्ता आगे नहीं बढ़ा। हमारे परिवार ने कभी दहेज की मांग नहीं की। अब जब मेरे भाई की शादी 8 मई को हो रही है, तो बदनाम करने के इरादे से झूठा मुकदमा कराया गया है।”
More Stories
क्यों लखनऊ में इंदिरा गांधी को याद कर चला NSUI का खास अभियान?
ट्रक की चपेट में आकर मौके पर युवक की मौत
किरावली में गोलीकांड- दुकान मालिक के बेटे ने क्यों चलाई गोली?