उत्तर प्रदेश। SIR (विशेष पुनरीक्षण अभियान) को लेकर राज्य में विरोध जारी है। इस बीच सपा विधायक पल्लवी पटेल ने शुक्रवार को गोंडा में SIR का खुलेआम विरोध किया। उन्होंने कहा, “मैं SIR का विरोध करती हूं। मैंने अपना फॉर्म अभी तक नहीं भरा और न ही भरूंगी। जिंदगीभर वोट दिया है। दस्तावेज हैं, अब मुझे वोट नहीं डालने क्यों दिया जाएगा। वोटर्स से कहती हूं—अगर फॉर्म समझ में आए तो भरिए, नहीं तो मत भरिए। SIR का मकसद किसी का नाम मतदाता सूची में जोड़ना नहीं, बल्कि दलित, पिछड़े और गरीबों का नाम काटना है। ये लोकतंत्र पर हमला है।”
इस बीच, महिला BLOs की मुश्किलें भी सामने आई हैं। मथुरा की वृंदावन में प्राथमिक स्कूल की टीचर अनिशा ने बताया कि राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट (BLA) लगातार परेशान कर रहे हैं। पिछले 12 दिन से उनके तीन बच्चे दादा-दादी के पास हैं और घर पर खाना तक बनाने का समय नहीं मिल रहा।
SIR ड्यूटी की चुनौतियां गंभीर हैं। यूपी में अब तक चार कर्मचारियों की मौत हो चुकी है—फतेहपुर के लेखपाल और गोंडा के शिक्षक ने सुसाइड किया, लखनऊ में शिक्षामित्र की ब्रेन हेमरेज से और बरेली में BLO की हार्ट अटैक से मृत्यु हुई। नोएडा की दो महिला शिक्षिकाओं ने दबाव के कारण इस्तीफा दिया। गाजियाबाद में 21 BLOs के खिलाफ FIR दर्ज की गई।
इसी बीच, देवरिया की डीएम दिव्या मित्तल ने विधानसभा निर्वाचक नामावली के SIR अभियान में बेहतर कार्य करने वाले BLO और सुपरवाइजर टीम को सम्मानित किया। शुक्रवार को जिलाधिकारी ने UPS स्कूल हिरंदापुर के सहायक अध्यापक और BLO संतोष कुमार गुप्ता को 100 प्रतिशत कार्य पूर्ण करने पर माला और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।…








