अम्बेडकरनगर। स्वास्थ्य विभाग में कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर उप लोकायुक्त ने कड़ा रुख अपनाया है। जलालपुर निवासी संजीव यादव द्वारा प्रस्तुत शिकायत की गंभीरता को देखते हुए उप लोकायुक्त ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को 20 नवंबर तक पूरी जांच रिपोर्ट साक्ष्य सहित प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जिले के स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से कई कर्मचारियों को एक ही पटल पर तैनात रखा जा रहा है। यह शासन के निर्देशों के विपरीत है, जिसके अनुसार समूह ‘ग’ के कर्मचारियों का पटल परिवर्तन हर तीन वर्ष में होना चाहिए। शिकायत में दावा किया गया है कि कुछ कर्मचारी लगभग दस वर्षों से वही पटल संभाले हुए हैं।
विभागीय पदोन्नति में अनियमितताएं, लेवल-3 डॉक्टर वंचित
शिकायत में यह भी बताया गया है कि विभाग में लेवल-3 के डॉक्टरों को अधीक्षक पद से वंचित रखा जा रहा है। वहीं, लेवल-1 के डॉक्टरों को कथित साठगांठ के आधार पर अधीक्षक पद पर नियुक्त किया गया है। इस प्रकार की अनियमितताओं के चलते स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न खड़े हो गए हैं।
उप लोकायुक्त ने लिया कड़ा रुख
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए उप लोकायुक्त ने सीएमओ को लिखित निर्देश जारी किए हैं। पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि विभाग में सभी आरोपों की जांच कर साक्ष्य सहित विस्तृत आख्या प्रस्तुत की जाए। उप लोकायुक्त का यह कदम स्वास्थ्य विभाग के भीतर भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों की गंभीरता को दर्शाता है।








