- पुलिस में शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई
- कोर्ट के आदेश पर छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज
- बैंक मैनेजर ने आधार और पैन की सुरक्षा पर जोर दिया
गोरखपुर। गोरखपुर के शाहपुर में यांत्रिक कारखाना में कार्यरत रेलकर्मी संजय कुमार श्रीवास्तव के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर लोन निकाले जाने का बड़ा मामला सामने आया है। पीड़ित ने न तो कभी लोन के लिए आवेदन किया और न ही बैंक में खाता था, फिर भी 2012 में एचडीएफसी बैंक से ₹1.36 लाख का लोन फर्जी तरीके से लिया गया।
संजय को सितंबर 2013 में लोन रिकवरी नोटिस मिला, जिसके बाद उन्होंने बैंक को बताया कि उनका बैंक से कोई संबंध नहीं है। बावजूद इसके, बैंक की रिकवरी टीम ने बार-बार नोटिस भेजे और घर जाकर धमकाया। जब पुलिस में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया।
कोर्ट के आदेश पर शाहपुर थाने में छह लोगों—एचडीएफसी बैंक और यूनियन बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक, वकील और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, धमकी और साजिश के तहत केस दर्ज किया गया है। जांच में पता चला कि फर्जी आधार कार्ड और जाली हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर लोन निकाला गया था।
शाहपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय ने बताया कि कोर्ट के निर्देशानुसार मामला दर्ज कर जांच जारी है। लीड बैंक मैनेजर मनोज श्रीवास्तव ने नागरिकों को अपनी आधार और पैन की जानकारी सुरक्षित रखने और सतर्क रहने की सलाह दी है ताकि ऐसे फर्जीवाड़ों से बचा जा सके।
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