- वाराणसी के घसियारी टोला में देसी शराब का ठेका खुलने पर महिलाओं का विरोध
- ठेका अंबेडकर प्रतिमा, रैन बसेरा और मंदिरों के पास खोला गया
- महिलाएं पीएम जनसंपर्क कार्यालय पहुंचीं, लेकिन पुलिस ने रोका
वाराणसी। शहर के दुर्गाकुंड स्थित घसियारी टोला में खोले गए देसी शराब ठेके के खिलाफ स्थानीय महिलाओं ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया है। शुक्रवार को महिलाएं अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय पहुंचीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें गेट से पहले ही रोक दिया। महिलाओं का कहना है कि उनके मोहल्ले में ठेका खुलना न केवल सामाजिक सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी आहत करता है।
“घर के बगल में शराब ठेका, कैसे सुरक्षित महसूस करें?”
प्रदर्शन में शामिल मुन्नी देवी ने बताया कि शराब की दुकान रैन बसेरा और अंबेडकर प्रतिमा के ठीक पास में खोली गई है। उन्होंने कहा,
“हमारे घर से सटा हुआ ठेका है। आस-पास मंदिर, स्कूल और बच्चों के मार्ग हैं। ऐसे में यह दुकान खुलना बेहद आपत्तिजनक है।”
धार्मिक स्थलों के बीच शराब दुकान, लोगों में गुस्सा
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि संकट मोचन मंदिर, दुर्गाकुंड मंदिर, मानस मंदिर और त्रिदेव मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों के बीच इस शराब ठेके को खोल दिया गया है। यह मार्ग महिलाओं और बच्चों के आने-जाने का मुख्य रास्ता है। ऐसे में नशेड़ियों की आवाजाही से अशांति और असुरक्षा का माहौल बन गया है।
पहले बंद हुआ था ठेका, फिर दोबारा खुला
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस दुकान को पहले भी विरोध के चलते बंद कराया गया था, लेकिन प्रशासन ने दो दिन पहले फिर से इसे खोलने की अनुमति दे दी। इससे लोगों में नाराजगी है।
महिलाओं ने पीएम-सीएम से लगाई गुहार
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि वे अपने क्षेत्र के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करेंगी कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और ठेके को तत्काल बंद कराने के आदेश दें।
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