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मुस्लिम समाज को आत्मचिंतन की सलाह-पूर्वजों की विरासत पर उठाए सवाल

  • आपके पूर्वज मंदिर जाते थे, ना कि बाबर और औरंगजेब थे” – इंद्रेश कुमार का बड़ा बयान
  • क्या मुस्लिम समाज को गुमराह कर रही है वक्फ कानून की भ्रांति? MRM ने किया खुलासा
  • ‘गाय की रक्षा करें, यह आपका कर्तव्य है’ – मुस्लिम मंच का शपथ अभियान

लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) ने सोमवार को लखनऊ में एक सम्मेलन आयोजित किया। इस मौके पर मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि बाबर और औरंगजेब मुसलमानों के पूर्वज नहीं हैं। उन्होंने कहा, “आपके पूर्वज खुदा हैं या वे भी मंदिर जाते होंगे।”

इंद्रेश कुमार ने गाय की रक्षा पर विशेष जोर देते हुए कहा कि भूल से भी किसी गाय का वध नहीं होना चाहिए। उन्होंने सम्मेलन में मौजूद लोगों को इसके लिए शपथ भी दिलाई।

वक्फ कानून को लेकर फैली भ्रांतियों के खिलाफ अभियान

वक्फ संशोधन कानून को लेकर देशभर में भ्रम की स्थिति को दूर करने के उद्देश्य से MRM ने बड़ा अभियान छेड़ दिया है। इंद्रेश कुमार ने जानकारी दी कि मंच 100 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस और 500 से ज्यादा सेमिनार पूरे देशभर में आयोजित करेगा ताकि वक्फ कानून के लाभ और उद्देश्यों को आमजन तक पहुंचाया जा सके।

“यह कानून आत्मसम्मान को देगा मजबूती”

इंद्रेश कुमार ने कहा कि वक्फ कानून मुस्लिम समुदाय के आत्मसम्मान, न्याय और समानता के अधिकार को और सशक्त करेगा। उन्होंने इस कानून को मुस्लिम हित में बताते हुए कहा कि इससे समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे।

“शरीयत में नहीं है अत्याचार का समर्थन”

पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे कथित अत्याचारों का ज़िक्र करते हुए इंद्रेश कुमार ने सवाल उठाया कि यदि यह शरीयत में नहीं आता, तो विपक्षी नेता वहां जाकर आवाज क्यों नहीं उठा रहे? उन्होंने राहुल गांधी, लालू यादव और अन्य नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या मुर्शिदाबाद न जाना देश के साथ गद्दारी नहीं है?

“पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे क्यों?”

उन्होंने कहा, “जब पाकिस्तान में हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे नहीं लग सकते, तो भारत में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे क्यों लगते हैं?” उन्होंने इसे वतन से गद्दारी करार देते हुए कहा कि ऐसे नारों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मानसिकता के खिलाफ खुलकर खड़े होना चाहिए।