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VHP की शिकायत, कार्रवाई की मांग
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सपा विधायक पर हिंदू आस्था का अपमान
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अखिलेश यादव पर विपक्षी हमले
झांसी। उत्तर प्रदेश के सपा विधायक इंद्रजीत सरोज ने कौशांबी में एक विवादित बयान दिया, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हड़कंप मच गया। इंद्रजीत सरोज ने कहा कि जब मुस्लिम आक्रांता हिंदुस्तान में लूटपाट कर रहे थे, तब हमारे देवी-देवता कुछ नहीं कर पाए थे, और उनमें शक्ति की कमी थी। इसके बाद उन्होंने “जय भीम” के नारे का महत्व बताया और कहा कि राम का नारा लगाने से कोई फायदा नहीं होगा, बल्कि “जय भीम” बोलने से ही लोग आगे बढ़ सकते हैं।
सपा विधायक के इस बयान पर विरोधी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि यह बयान सपा प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर दिया गया था और अखिलेश हमेशा नकारात्मक बातें करते हैं। गिरीश यादव ने यह भी कहा कि सपा के लोग औरंगजेब और बाबर की तरह बोल रहे हैं और उनका देश के प्रति समर्पण नहीं है।
इसके अलावा, बरेली में हिंदू संगठनों और धर्मगुरुओं ने इस बयान की निंदा की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सख्त कार्रवाई की मांग की। पंडित सुशील पाठक ने सवाल उठाया कि अगर अखिलेश यादव को हिंदू देवताओं पर विश्वास नहीं है, तो उन्होंने केदारनाथ मंदिर क्यों बनवाया?
कौशांबी में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ताओं ने भी सपा विधायक के बयान के खिलाफ शिकायत की और कहा कि इस बयान से हिंदू आस्थाओं को जानबूझकर आहत किया गया है। VHP ने चेतावनी दी कि अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है।
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