- अखिलेश यादव ने जाति जनगणना की आवश्यकता पर जोर दिया
- पीडीए समुदाय को गड़बड़ी से बचने के लिए सजग रहने का आह्वान
- योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर हमला
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को जाति जनगणना कराने की मांग को फिर दोहराते हुए कहा कि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) समुदाय के परिवारों को सजग रहना चाहिए, ताकि गड़बड़ी न हो। उन्होंने कहा, “सामाजिक न्याय के लिए सही आंकड़े जनता के सामने आने चाहिए।”
योगी सरकार पर हमला
यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। “योगी सरकार में अधिकारी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं। राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है,” उन्होंने कहा।
सपा सरकार के कार्यों की सराहना
अखिलेश यादव ने अपने शासनकाल के दौरान हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यों की दुनिया भर में सराहना हुई। उन्होंने कहा, “सपा सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम, आधुनिक पुलिस मुख्यालय, एशिया के सबसे बड़े जनेश्वर मिश्र पार्क, गोमती रिवर फ्रंट, मेट्रो रेल और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे जैसे प्रोजेक्ट्स को पूरा किया।”
उन्होंने विशेष रूप से लखनऊ के वर्ल्ड क्लास पुलिस मुख्यालय का उल्लेख किया, जिसकी तारीफ क्रिकेट लीजेंड कपिल देव ने की थी। कपिल देव ने कहा था, “बड़ी सोच से ही ऐसी उपलब्धियां हासिल होती हैं।”
राजनीतिक रणनीति साफ
अखिलेश यादव का यह बयान उत्तर प्रदेश में पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वोट बैंक को साधने की रणनीति के तहत देखा जा रहा है। सपा अध्यक्ष लगातार योगी सरकार पर भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था विफलता के आरोप लगाकर अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
जाति जनगणना का मुद्दा केंद्र और राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है, जिस पर सपा और अन्य विपक्षी दल लगातार दबाव बना रहे हैं।








