- यूपी में रिकॉर्ड 60,244 सिपाहियों को नियुक्ति
- 1,300 बसों से अभ्यर्थी लखनऊ लाए गए
- गृहमंत्री और सीएम ने मंच से बांटे नियुक्ति पत्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती प्रक्रिया के तहत 60,244 चयनित सिपाहियों को रविवार को नियुक्ति पत्र दिए गए। लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान में आयोजित भव्य समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से 15 अभ्यर्थियों को खुद नियुक्ति पत्र सौंपे। शेष अभ्यर्थियों को वहीं समारोह स्थल पर नियुक्ति पत्र वितरित किए गए।
यह प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा पुलिस जॉइनिंग कार्यक्रम बताया जा रहा है। 1,300 बसों के जरिए चयनित अभ्यर्थियों को कार्यक्रम स्थल तक लाया गया। इनमें 12,048 महिलाएं भी शामिल हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए बसों में GPS और CCTV की व्यवस्था की गई थी।
राजनीतिक संदेश और पारदर्शिता पर जोर
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अभ्यर्थियों से पूछा, “क्या किसी ने एक रुपया लिया?” सभी ने एक स्वर में जवाब दिया—“नहीं।” मौर्य ने इस पर कहा कि पहले की सरकारों में बिना घूस के नौकरी नहीं मिलती थी, लेकिन आज सब पारदर्शी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, “गरीब का बेटा भी अब सिपाही बन रहा है। अब ये युवा प्रदेश की जनता की सेवा करेंगे। लावारिस समझा गया बेटा भी अब गौरव के साथ खाकी वर्दी पहनेगा।”
ऐसे हुई भर्ती प्रक्रिया
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अक्टूबर 2023: भर्ती विज्ञप्ति जारी
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फरवरी 2024: पहली परीक्षा पेपर लीक के चलते रद्द
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अगस्त 2024: 10 पालियों में दोबारा परीक्षा
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48 लाख: कुल अभ्यर्थी
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150 प्रश्न, 300 अंक की परीक्षा, माइनस मार्किंग लागू
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1.74 लाख: फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाए गए
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10-27 फरवरी 2025: फिजिकल टेस्ट
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13 मार्च 2025: फाइनल परिणाम घोषित
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12,048 महिलाएं और 48,196 पुरुष चयनित
सबसे ज्यादा चयन आगरा (2,349) से और सबसे कम श्रावस्ती (25) से हुआ।
जिन्हें मंच से नियुक्ति पत्र मिला
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सत्यम नायक (संत कबीरनगर)
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प्रेम सागर (खीरी)
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शालिनी शाक्या (फर्रुखाबाद)
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उपेंद्र कुमार यादव (बलिया)
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शिल्पा सिंह (बरेली)
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बीनू बाबू (कानपुर देहात)
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योगेंद्र सिंह (महोबा)
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शिवांश पटेल (उन्नाव)
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मनीष त्रिपाठी (वाराणसी)
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रोशन जहां (लखनऊ)
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आजाद कुशवाहा (कानपुर नगर)
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मिथिलेश भट्ट (गोरखपुर)
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सोनी रावत (रायबरेली)
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नेहा गोंड (मऊ)
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सचिन सैनी (बागपत)







