वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए वाराणसी नगर निगम ने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है। नगर निगम की टीम ने सार्वजनिक स्थानों पर खुले में शौच और मूत्र त्याग करने वालों को न केवल पकड़ा, बल्कि उन्हें ताली बजाकर और माला पहनाकर सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा भी किया।
खुले में शौच करने वालों पर ताली-थाली अभियान
नगर निगम की जनसंपर्क अधिकारी प्रीति सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे इस अभियान के तहत रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और सार्वजनिक स्थलों पर निगरानी की जा रही है। जो लोग खुले में मूत्र त्याग करते पकड़े गए, उन्हें “ताली बजाकर” लज्जित किया गया और माला पहनाई गई। कई लोगों ने इसके बाद खुले में शौच न करने का वादा किया।
₹500 का जुर्माना भी तय, फिलहाल चेतावनी
जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि खुले में शौच या गंदगी फैलाने पर ₹500 का जुर्माना तय है। वर्तमान में लोगों को शर्मिंदा कर जागरूक किया जा रहा है, लेकिन आगे जुर्माना वसूली भी की जाएगी।
2014 में अस्सी घाट से शुरू हुआ था सफाई अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में वाराणसी के अस्सी घाट से खुद फावड़ा उठाकर स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। इसके बाद से नगर निगम लगातार स्वच्छता रैंकिंग सुधारने की कोशिश कर रहा है।
रैंकिंग में लगातार उतार-चढ़ाव
वर्ष 2016 में स्वच्छता सर्वेक्षण में वाराणसी की रैंकिंग 65वीं थी, जो 2019 में सुधरकर 17वीं हो गई। हालांकि, 2023 की रैंकिंग में वाराणसी 41वें स्थान पर पहुंच गया। नगर निगम का लक्ष्य अब टॉप 10 में वापसी करना है।
| वर्ष | शहर शामिल | वाराणसी की रैंकिंग |
|---|---|---|
| 2016 | 73 | 65 |
| 2017 | 434 | 32 |
| 2018 | 4203 | 29 |
| 2019 | 4237 | 17 |
| 2020 | 4242 | 27 |
| 2021 | 4320 | 30 |
| 2022 | 4507 | 21 |
| 2023 | 4477 | 41 |
40 लाख की आबादी, केवल 188 सार्वजनिक शौचालय
वाराणसी की कुल आबादी 40 लाख से अधिक है, जिसमें नगर निगम क्षेत्र में लगभग 15 लाख लोग नियमित रूप से निवास करते हैं। वर्तमान में नगर निगम द्वारा 188 सार्वजनिक शौचालय संचालित किए जा रहे हैं, जबकि 10 हजार से अधिक घरेलू शौचालयों का निर्माण कराया गया है। लेकिन शहर में आने वाली रोजाना की भीड़ को देखते हुए यह संख्या अपर्याप्त मानी जा रही है।








