प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं ने केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरण रिजिजू के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय की बेंच बनाने के बयान के विरोध में नारेबाजी करते हुए मंगलवार को उनका पुतला फूंका। कानून मंत्री के बयान से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने अम्बेडकर मूर्ति चौराहा पर एकत्रित होकर उनका पुतला फूंका। अधिवक्ताओं ने कहा कि उच्च न्यायालय के गौरवशाली इतिहास एवं अस्मिता से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। अधिवक्ताओं ने मंत्री के बयान की भर्त्सना की और कहा कि केन्द्र सरकार को जो काम करना चाहिए उसे न/न कर बयानबाजी कर रही है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि कानून मंत्री किरण रिजिजू का पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय की पश्चिमी बेंच स्थापित किए जाने के बयान को गैर जिम्मेदाराना और असंवैधानिक बताया। उन्होने कहा कि जिस जसवंत सिंह कमीशन के आधार पर केन्द्रीय मंत्री ने बयान दिया है वह रिपोर्ट उत्तराखंड के गठन के बाद अब बेकार साबित हो चुकी है।
श्री सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार को जो काम करना चाहिए उसे न/न कर बयानबाजी कर रही है। यह कतई उचित नहीं है। उन्होने कहा कि उच्च न्यायालय और जिला अदालतों में 30 फीसदी न्यायमूर्ति के पद खाली हैं। सरकार को पहले उधर ध्यान देना चाहिए। न्यायमूर्ति के अभाव में अदालतों में बड़ी संख्या में फाइलों पर निर्णय नहीं हो पा रहे हैं।
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