नयी दिल्ली । भारत और अमेरिका सहित प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के अपने रणनीतिक भंडार से तेजी जारी करने की घोषणा का असर आज अंतरराष्ट्रीय बाजार पर दिखा जहां कच्चे तेल में दो फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी लेकिन घरेलू स्तर पर आज लगातार 22 वें दिन घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया। सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने आज पेट्रोल और डीजल के भाव को स्थिर रखा।
तेल उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन नहीं बढ़ाने के बाद भारत और अमेरिका ने अपने रणनीतिक भंडार से कच्चे तेल को जारी करने की घोषणा की है। चीन , जापान और दक्षिण कोरिया से भी रणनीतिक भंडार से तेल जारी करने की अपील की गयी है। भारत 50 लाख बैरल तेल जारी करेगा। भारत का रणनीतिक तेल भंडार 3.8 करोड़ बैरल का है और यह देश के पूर्वी एवं दक्षिण तट पर स्थित है। इस घोषणा के बाद तेल की कीमतों पर कुछ दबाव दिखा है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमतें लगभग स्थिर रही है।
केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की है। इससे संबंधित राज्यों में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में और कमी आयी है।
भारत और अमेरिका सहित अधिकांश प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं द्वारा रणनीतिक तेल भंडार से तेल जारी करने की घोषणा का असर अब बाजार पर दिखने लगा है। आज सिंगापुर में ब्रेट क्रूड 1.76 प्रतिशत गिरकर 80.77 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 2.36 प्रतिशत उतरकर 76.54 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
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