नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के प्रयासों का परिणाम सामने आने लगा है और इन बैंकों का चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही का लाभ उनके पिछले पूरे वित्त वर्ष के लाभ के करीब-करीब बराबर है।
श्रीमती सीतारमण ने कहा, “सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की पहल के उल्लेखनीय परिणाम दिख रहे हैं, उनका इस वित्त वर्ष की पहली छमाही का लाभ पिछले पूरे वर्ष के लाभ के करीब-करीब बराबर रहा।”
उन्होंने बताया कि शुद्ध एनपीए भी सितंबर तिमाही में सात वर्ष के न्यूनतम स्तर 2.9 प्रतिशत पर आ गया। उन्होंने कहा कि देश में कोविड संकट के बाद आर्थिक गतिविधियों में तेज सुधार हुआ है जो भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती दर्शाता है। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के अभियान के कारण उनके कर्ज के कारोबार में अच्छी वृद्धि हुई है। उनके द्वारा दिए जाने वाले कर्ज की वृद्धि बढ़कर सितंबर 2021 में 6.8 प्रतिशत रही जो सितंबर 2020 में 5.1 प्रतिशत थी।
उन्होंने कहा बैंकों ने इस वित्त वर्ष में बाजार से 10,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई है और अब वे सरकार से पूंजी की मांग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 16 अक्टूबर से सात नवंबर के बीच देश भर में विशेष कर्ज सहायता अभियान के तहत 17,51,326 खातों में 76,011.79 करोड़ रुपये के कर्ज मंजूर किए गए।
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