अफगानिस्तान से हजारों लोग भागकर रोजाना पड़ोसी देश ईरान में शरण ले रहे हैं और यह एक ऐसी स्थिति है, जिससे यूरोप में शरणार्थी संकट का मुद्दा गहराएगा। नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल (एनआरसी) के महासचिव जेन इगलैंड ने इस सप्ताह अफगानिस्तान की सीमा से लगे पूर्वी ईरान के करमन प्रांत के समीप शरणार्थियों से मुलाकात की। उन्होंने आगाह किया है कि अगर अफगानिस्तान से शरण की तलाश में लोग भागकर ईरान आते रहे तो इससे यूरोप प्रभावित हो सकता है।
बुधवार को अपने दौरे के अंतिम दिन इगलैंड ने तेहरान में एजेंसी से बातचीत में कहा कि तालिबान के शासन के बाद अफगानिस्तान से भाग रहे लोगों को उम्मीद, भोजन और देखभाल प्रदान करने के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कई अफगान शणार्थियों ने अपने रिश्तेदारों से कहा है कि वे ईरान जा रहे हैं।
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